भारत माता की आरती PDF | Bharat Mata Ki Aarti PDF in Hindi | भारत माता की आरती लिरिक्स | Bharat Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi | Bharat Mata Ki Aarti Likhit mein
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भारत माता की आरती PDF Details (Bharat Mata Ki Aarti PDF in Hindi)
Name of PDF | भारत माता की आरती PDF | Bharat Mata Ki Aarti PDF in Hindi |
Language | Hindi |
No of Pages | 4 |
PDF Size | 108 KB |
Source/Credits | pdfkaro.com |
भारत माता की आरती क्यों की जाती है?
भारत माता की आरती हम भारत की माता के प्रति अपनी भक्ति व् श्रद्धा को प्रकट करने के लिए करते हैं। यह आरती भारत माता को समर्पित होती है जो एक ऐसी मां हैं जो हमारे लिए अनन्त संसाधनों का संचार करती हुई नहीं थकती।
इस आरती के जरिए हम भारत माता के सामर्थ्य, शक्ति, त्याग, वीरता और संघर्ष के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं। इसके अलावा हम उनके अनंत कल्याण और वैभव की कामना भी करते हैं। इस आरती के द्वारा हम भारत माता को नमन करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धा व् भक्ति प्रकट करते हैं।
भारत माता की आरती का पाठ हमेशा संकट के समय जैसे कि व्यापारिक संकट, नौकरी संकट, राजनीतिक संकट, आर्थिक संकट आदि के समय किया जाता है। इस आरती का पाठ करने से हम अपनी समस्याओं के निवारण के लिए भारत माता की कृपा की कामना करते हैं।
Bharat Mata Ki Aarti Lyrics in Hindi
आरती भारत माता की,
जगत के भाग्य विधाता की ।
आरती भारत माता की,
ज़गत के भाग्य विधाता की ।
सिर पर हिम गिरिवर सोहै,
चरण को रत्नाकर धोए,
देवता गोदी में सोए,
रहे आनंद, हुए न द्वन्द,
समर्पित छंद,
बोलो जय बुद्धिप्रदाता की,
जगत के भाग्य विधाता की
आरती भारत माता की,
जगत के भाग्यविधाता की ।
जगत में लगती है न्यारी,
बनी है इसकी छवि न्यारी,
कि दुनियाँ देख जले सारी,
देखकर झलक,
झुकी है पलक, बढ़ी है ललक,
कृपा बरसे जहाँ दाता की,
जगत के भाग्य विधाता की
आरती भारत माता की,
जगत के भाग्यविधाता की ।
गोद गंगा जमुना लहरे,
भगवा फहर फहर फहरे,
लगे हैं घाव बहुत गहरे,
हुए हैं खण्ड, करेंगे अखण्ड,
देकर दंड मौत परदेशी दाता की,
जगत के भाग्य विधाता की
आरती भारत माता की,
जगत के भाग्यविधाता की ।
पले जहाँ रघुकुल भूषण राम,
बजाये बँसी जहाँ घनश्याम,
जहाँ का कण कण तीरथ धाम,
बड़े हर धर्म, साथ शुभ कर्म,
लढे बेशर्म बनी श्री राम दाता की,
जगत के भाग्य विधाता की
आरती भारत माता की,
जगत के भाग्यविधाता की ।
बड़े हिन्दू का स्वाभिमान ,
किया केशव ने जीवनदान,
बढाया माधव ने भी मान,
चलेंगे साथ,
हाथ में हाथ, उठाकर माथ,
शपथ गीता गौमाता की,
जगत के भाग्य विधाता की
आरती भारत माता की,
जगत के भाग्यविधाता की ।
Conclusion
इस पोस्ट में हमने आपके साथ भारत माता की आरती PDF, Bharat Mata Ki Aarti PDF in Hindi साझा किया है, आशा है कि यह पोस्ट आपके लिए मददगार साबित होगी।
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